हाई अलर्ट पर भोंडसी जेल, 30 गैंगस्टर्स को हाई सिक्योरिटी सेल में किया ट्रांसफर
Gurugram News Network – गैंगस्टर सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हत्या किए जाने के बाद भोंडसी जेल प्रशासन भी हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। जेल प्रशासन ने भोंडसी जेल में गैंगस्टरों के बैरक की निगरानी बढ़ा दी है। जेल में बंद सभी 30 गैंगस्टर्स और उनके गुर्गों को हाई सिक्योरिटी सेल में ट्रांसफर करते हुए 24 घंटे इनकी हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। यह खास तौर पर ध्यान रखा जा रहा है कि खाना खाने से लेकर अस्पताल जाने के दौरान किसी भी गैंगस्टर का अपने प्रतिद्वंदी से आमना-सामना न हो।
जेल प्रशासन की मानें तो वर्तमान में भोंडसी जेल में गैंगस्टर कौशल के साथ-साथ लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे बंद है। प्रशासन की मानें तो 30 गैंगस्टर और उनके गुर्गे भोंडसी जेल में बंद हैं। इन सभी को दूर-दूर बैरक में बंद किया गया है ताकि किसी भी गतिविधि के दौरान इनका आमना-सामना न हो। यह भी नजर रखी जा रही है कि यह अन्य अपराधियों के साथ मिलकर किसी तरह की कोई साजिश न रच रहे हों। जिन हाई सिक्योरिटी सेल में इन्हें ट्रांसफर किया गया है उनमें बिजली का एक कनेक्शन तक नहीं है। सुरक्षा इस कदर कर दी गई है कि भोंडसी जेल में अधिकारी भी अपने मोबाइल का उपयोग करने से बच रहे हैं।
भोंडसी जेल अधीक्षक हरेंद्र सिंह के मुताबिक, गैंगस्टर की कोर्ट में पेशी भी वर्चुअल तरीके से की जा रही है। केवल कोर्ट के आदेश पर ही बेहद जरूरी होने पर उन्हें प्रत्यक्ष रूप से पेशी पर कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया जाता है। उन्होंने बताया कि जिन सेल में इन गैंगस्टर्स को रखा गया है वहां आसपास भी अन्य कैदियों के आवागमन पर रोक लगाई गई है। जिस वक्त यह गैंगस्टर्स जेल में रजिस्टर्ड कराए गए नंबर पर परिजनों से बात करते हैं उस वक्त भी उन पर कड़ी नजर रखी जाती है। यदि गड़बड़ी पाई जाती है तो उनके जेल से परिजनों को फोन करने पर भी पाबंदी लगा दी जाती है।
आपको बता दें कि 87 एकड़ में बनी भोंडसी जेल में 2400 से ज्यादा कैदियों को रखने की क्षमता है। इसमें दो सेल महिला कैदियों के लिए भी रिजर्व हैं। जेल में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर समय-समय पर सर्च ऑपरेशन चलाए जाते हैं। रविवार को भी जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इस दौरान जेल प्रशासन व गुरुग्राम पुलिस डीसीपी सिद्धांत जैन ने टीम के साथ कुछ ब्लेड व बर्तन काटकर बनाए गए चाकू व सुए बरामद हुए थे। इन्हें कैदियों द्वारा ही किसी वारदात को अंजाम देने के लिए बनाया गया था जिसके बाद कैदियों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए थे।